Rajani katare

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शिक्षा या व्यापार



लेखनी वार्षिक प्रतियोगिता
दिनांक-7/3/22
विषय- शिक्षा या व्यापार
शीर्षक- 
          "शिक्षा या व्यापार"

शिक्षा का व्यवसायीकरण क्यों हुआ ये विचार 
करने योग्य मुद्दा है, कारण भी स्पष्ट है- 
सरकारी स्कूलों मेंअच्छे से पढ़ाई न होना.....
यदि सरकारी स्कूलों में अच्छे से पढ़ाई होने लगे 
तो क्यों..? कोई अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों 
में पढ़ाएगा... सोचने वाली बात है.....

प्राईवेट स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता और खेल कूद
सांस्कृतिक कार्यक्रम सभी पर ध्यान दिया जाता है,
विशेष तौर पर पढ़ाई पर.....
पर इसके लिए प्राइवेट संस्थान अच्छी खासी मोटी
फीस वसूलते हैं.....

आम इंसान अपना पेट काट कर किसी तरह अपने
बच्चों को पढ़ाने की कोशिश करता है.....
माँ बाप बच्चों के लिए जो भी कर सकते हैं वो करते
हैं भले ही वो रोड पर आ जाएं, अपनी जमा पूंजी तक लगा देते हैं बच्चों का भविष्य बनाने.....
फिर भले ही बच्चे अच्छे पदों पर पहुंच कर उनका
ध्यान न रखें, उनके बुढ़ापे की लाठी न बनें.....

सरकार का आम जनता के लिए फर्ज नहीं बनता
क्या...?
सरकारी स्कूलों में शिक्षक शिक्षिकाओं को जो
मोटी मोटी तनख्वाह दी जा रही है क्यों....?
क्या वो पढ़े लिखे नहीं है...?
या फिर सरकार को उन पर नकेल कसना नहीं आता!!
सरकारी स्कूलों में पढ़ाई में क्यों गुणवत्ता नहीं है,
इसका कारण क्या है...?

इसका कारण क्या है...? 
शिक्षा को व्यवसाय का दर्जा कैसे मिला...?
हर क्षेत्र में होड़ मची हुई है, सामान्य वर्ग अच्छे
अंक लाकर भी उच्च पदों पर नहीं पहुंच पाता,
देखा जाए तो हर जगह व्यवसाय बना कर रखा
है शिक्षा को, पढ़ने के बाबजूद भी सरकारी परीक्षा
पास करनी होती है इतना टफ काम्पटीशन कर
दिया है,फिर हर जगह पैसा......

मेडिकल में जाना है तो परीक्षा दो...पैसा!!
इंजीनियरिंग में जाना तो परीक्षा दो...पैसा!!
हर जगह यही हाल ये भी तो व्यवसाय है....

पहले 12 वी पास के बाद कालेज की पढ़ाई के
लिए कोई प्रवेश परीक्षा नहीं देना पड़ती थी....
तो क्या वो गलत था....? क्या डाक्टर इंजीनियर अच्छे नहीं थे...?
क्या ऊँचे ओह्दे पर लोग नहीं थे...?
सरकार ने पढ़ाई को क्यों इतना कठिन बना दिया..?
बच्चे परेशान ओर तो ओर माँ बाप परेशान!!
कहीं कोई सुनवाई नहीं, आम आदमी की धारणा को क्यों ध्यान में नहीं रखा जाता...?
सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाए
तो आम आदमी की कमर तो न टूटेगी....
शिक्षा को व्यापार बनाने का श्रेय-
किसको जाता है...?
क्यों जाता है...?
विचारणीय मुद्दा है!!

लेख- रजनी कटारे
   जबलपुर म.प्र.

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3 Comments

Punam verma

08-Mar-2022 08:05 PM

Very nice mam

Reply

Swati chourasia

08-Mar-2022 08:04 PM

Very beautiful 👌

Reply

Seema Priyadarshini sahay

08-Mar-2022 05:03 PM

बहुत ही सुंंदर लेख

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